इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिंदी के पद्य भाग के पाठ चार ‘स्वदेशी ‘ (Swadeshi Class 10 Hindi) के व्याख्या को पढ़ेंगे।
4. स्वदेशी
लेखक परिचय
लेखक- बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन‘
जन्म- 1 सितम्बर 1855 ई0 में मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
मृत्यु- 1922 ई0 में
यह काव्य और जीवन दोनों क्षेत्रों में भारतेन्दु हरिश्चन्द्र को अपना आदर्श मानते थे।
इन्होनें भारत के विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया था। 1874 ई0 में इन्होनें मिर्जापूर में रसिक समाज की स्थापना किया। ये साहित्य सम्मेलन के कलकत्ता अधिवेशन के सभापति भी रहे। इनकी रचनाएँ ‘प्रेमघन सर्वस्व‘ में संगृहित हैं।
प्रमुख रचनाएँ- भारत सौभाग्य तथा प्रयाग रामागमन इनके प्रसिद्ध नाटक हैं। इन्होनें ‘जीर्ण जनपद‘ नामक नाटक लिखा जिसमें ग्रामीण जीवन का यर्थाथवादी चित्रण है।
कविता परिचय- प्रस्तुत कविता ‘स्वदेशी‘ प्रेमघन द्वारा लिखित रचनाएँ ‘प्रेमघन सर्वस्व‘ से संकलित है। इन दोहों में नवजागरण का स्वर मुखरित है। दोहों की विषय-वस्तु और काव्य वैभव कविता के स्वदेशी भाव को स्पष्ट करते हैं। कवि की चिंता आज के परिवेश में भी प्रासंगिक है।
Swadeshi Class 10 Hindi
4. स्वदेशी
सबै बिदेसी वस्तु नर, गति रति रीत लखात।
भारतीयता कछु न अब भारत म दरसात।।
कवि प्रेमघन कहते हैं कि पराधीनता के कारण सर्वत्र विदेशी वस्तुएँ ही दिखाई पड़ती हैं। लोगों के चाल-चलन तथा रीति-रिवाज बदल गए हैं। दुःख है कि लोगों में भारतीयता की भावना मर गई है। देश-प्रेम की भावना देश में कहीं भी दिखाई नहीं देती।
मनुज भारती देखि कोउ, सकत नहीं पहिचान।
मुसल्मान, हिंदू किधौं, कै हैं ये क्रिस्तान।।
पढ़ि विद्या परदेश की, बुद्धि विदेशी पाय।
चाल-चलन परदेश की, गई इन्हैं अति भाय।।
कवि कहता है कि अंग्रजी शासनकाल में हिंदु-मुसलमान दोनों के रहन-सहन, खान-पान, विद्या-व्यवसाय, चाल-चलन तथा आचरण बदल गए हैं। विदेशी भाषा पढ़ने के कारण अपनी संस्कृति, भाषा सबका त्याग कर विदेशी चाल-चलन अपना लिए हैं।
ठटे विदेशी ठाट सब, बन्यो देश विदेस।
सपनेहूँ जिनमें न कहुँ, भारतीयता लेस।।
बोलि सकत हिंदी नहीं, अब मिलि हिंदू लोग।
अंगरेजी भाखन करत, अंग्रेजी उपभोग।।
कवि ‘प्रेमघन‘ देश की दुर्दशा देखकर कहते हैं कि अंग्रेजी शासन के कारण भारतीयों का संस्कार विदेशी हो गया है। स्वदेशी वस्तुएँ नष्ट कर दी गई हैं। विदेशी वस्तुओं तथा भाषा के प्रचार के कारण कहीं भी भारतीयता के लक्षण दिखाई नहीं पड़ते। सभी अपनी सुख-सुविधा के प्राप्ति के लिए अंग्रजी भाषा का व्यवहार करते हैं।
अंगरेजी बाहन, बसन, वेष रीति औ नीति।
अंगरेजी रुचि, गृह, सकल, बस्तु देस विपरित।।
हिन्दुस्तानी नाम सुनि, अब ये सकुचि लजात।
भारतीय सब वस्तु ही, सों ये हाय घिनात।।
कवि ‘प्रेमघन‘ जी कहते हैं कि अंग्रेजी शासनकाल में भारतीयों की मनोदशा इतनी दूषित हो गई है कि वे भारतीय वस्तुओं का उपयोग करना छोड़ विदेशी वस्तुओं का उपयोग करने लगे हैं। इनका हर कुछ विदेशी रंग में रंग चूका है। वे अपने को हिंदुस्तानी कहने में संकुचित महसुस करते हैं तथा स्वदेशी वस्तु देखकर नाक-भौं सिकोड़ने लगते हैं।
देस नगर बानक बनो, सब अंगरेजी चाल।
हाटन मैं देखहु भरा, बसे अंगरेजी माल।।
जिनसों सम्हल सकत नहिं तनकी, धोती ढीली-ढीली।
देस प्रंबध करिहिंगे वे यह, कैसी खाम खयाली।।
कवि कहते हैं कि भारतीय हाट-बाजारों में अंग्रेजी भर दिए गये हैं। भारतीय इन वस्तुओं के व्यवसायी बन गए। देश में निर्मित वस्तुओं का लोप हो गया है। देश की कमान वैसे लोगों के हाथ में है, जों स्वयं ढुलमुल विचार के हैं, जिन्हें स्वयं पर भरोसा नहीं है।
दास-वृति की चाह चहूँ दिसि चारहु बरन बढ़ाली।
करत खुशामद झूठ प्रशंसा मानहुँ बने डफाली।।
कवि आश्चर्य प्रकट करते हुए कहते हैं कि ऐसे खोटे विचार वालों से देश की सुरक्षा का आशा करना कितना हास्यपद है। क्योंकि सभी जाति के लोग अपनी आजीविका के लिए खुशामद में झूठी प्रशंसा का ढोल पीटने लगे हैं।
लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)___दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. कवि समाज के किस वर्ग की आलोचना करता है, और क्यों? (Text Book 2011C,2012A)
उत्तर- उत्तर भारत में एक ऐसा समाज स्थापित हो गया है जो अंग्रेजी बोलने में शान की बात समझता है। अंग्रेजी रहन-सहन, विदेशी ठाट-बाट, विदेशी बोलचाल को अपनाना विकास मानते हैं।
प्रश्न 2. नेताओं के बारे में कवि की क्या राय है? (पाठ्य पुस्तक, 2016A)
अथवा, नेताओं के बारे में कविवर ’प्रेमघन’ की क्या राय है ? (2014A,2018A)
उत्तर- आज देश के नेता, देश के मार्गदर्शक भी स्वदेशी वेश-भूषा, बोल-चाल से परहेज करने लगे हैं। अपने देश की सभ्यता-संस्कृति को बढ़ावा देने के बजाय पाश्चात्य सभ्यता से स्वयं प्रभावित दिखते हैं।
प्रश्न 3. ’स्वदेशी’ कविता का मूल भाव क्या है? सारांश में लिखिए। (2016A)
उत्तर- स्वदेशी कविता का मूल भाव है कि भारत के लोगों से स्वदेशी भावना लुप्त हो गई है। विदेशी भाषा, रीति-रिवाज से इतना स्नेह हो गया है कि भारतीय लोगों का रुझान स्वदेशी के प्रति बिल्कुल नहीं है। सभी ओर मात्र अंग्रेजी का बोलबाला है।
प्रश्न 4. कवि को भारत में भारतीयता क्यों नहीं दिखाई पड़ती ? (पाठ्य पुस्तक, 2015C,2017A)
उत्तर- कवि को भारत में स्पष्ट दिखाई पड़ता है कि यहाँ के लोग विदेशी रंग में रंगे हैं। खान-पान, बोल-चाल, हाट-बाजार अर्थात् सम्पूर्ण मानवीय क्रिया-कलाप में अंग्रेजियत ही अंग्रेजियत है। अतः कवि कहते हैं कि भारत में भारतीयता दिखाई नहीं पड़ती है।
प्रश्न 5. स्वदेशी कविता के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए। (पाठ्य पुस्तक)
उत्तर- प्रस्तुत पद में स्वदेशी भावना को जागृत करने का पूर्ण प्रयास किया गया है। इसमें मृतप्राय स्वदेशी भाव के प्रति रुझान उत्पन्न करने हेतु प्रेरित किया गया है। अतः स्वदेशी शीर्षक पूर्णतः सार्थक है।
प्रश्न 6. कवि ने ’डफाली’ किसे कहा है और क्या ? (Text Book, 2011A)
उत्तर- जिन लोगों में दास वृत्ति बढ़ रही है, जो लोग पाश्चात्य सभ्यता संस्कृति की दासता के बंधन में बंधकर विदेशी रीति-रिवाज के बने हुए हैं उनको कवि डफाली की संज्ञा देते हैं क्योंकि वे विदेश की पाश्चात्य संस्कृतिक की, विदेशी वस्तुओं की, अंग्रेजी की झूठी प्रशंसा में लगे हुए हैं।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न1. “प्रेमधन‘ विस युग के साहित्यकार थे? [16A]
(a) द्विवेदौयुग
(b) प्रसादयुग
(c) भारतेन्दुयुग
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(c) भारतेन्दुयुग
प्रश्न2. “जीर्ण जनपद‘ किसकी कृति है? 21(A)
(a) प्रेमघन
(b) श्रीधर पाठक रामनरेश त्रिपाठी
(c) प्रेमचंद
(d) नागार्जुन
उत्तर-(a) प्रेमघन
प्रश्न3. “स्वदेशी‘ शीर्षक पाठ्यपुस्तक में संकलित कविता किस छंद में है?
(a) चौपाई
(b) दोहा
(c) सोरठा
(d) छप्पय
उत्तर-(b) दोहा
प्रश्न4. “बिदेसी‘ से कवि का क्या तात्पर्य है?
(a) ब्रिटेन
(b) अमेरिका
(c) फ्रांस
(d) डेनमार्क
उत्तर-(a) ब्रिटेन
प्रश्न5. ‘स्वदेशी’ शीर्षक पाठ में दोहों का संकलन किस पुस्तक से लिया गया है?[18 (C)]
(a) प्रेमधन सर्वस्व
(b) भारत सौभाग्य
(c) प्रयाग रामागमन
(d) जीर्ण जनपद
उत्तर-(a) प्रेमधन सर्वस्व
प्रश्न6. ‘प्रेमधन’ ने किस समाज की रचना की?
(a) धनी समाज
(b) कलावंत समाज
(c) रसिक समाज
(d) भक्त समाज
उत्तर-(c) रसिक समाज
प्रश्न7. ‘प्रेमघन’ का जन्म हुआ था:
(a) मिर्जापुर में
(b) लखनऊ में
(c) इलाहाबाद में
(d) बनारस में
उत्तर-(a) मिर्जापुर में
प्रश्न8. “प्रेमघन‘ की काव्य कृति है:
(a) आनन्द अरुणोदय
(b) हार्दिक हर्षादर्श
(c) जीर्णजनपद
(d) इनमें सभी
उत्तर-(d) इनमें सभी
प्रश्न9. ‘अब्र’ नाम से इन्होंने किस भाषा में कविता की रचना की?
(a) अरबी
(b) हिन्दी
(c) उर्दू
(d) मलयालम
उत्तर-(c) उर्दू
प्रश्न10, कवि के अनुसार भारतीय को क्या अच्छा लगने लगा था?
(a) विदेशी चाल-चलन
(b) विदेशी वेशभूषा
(c) विदेशी रहन-सहन
(d) इनमें सभी
उत्तर-(d) इनमें सभी
प्रश्न11. कवि समाज की किस वर्ग की आलोचना करता है?
(a) दु:ख भोगी
(b) विलासिता भोगी
(c) सुविधा भोगी
(d) आलस भोगी
उत्तर-(c) सुविधा भोगी
प्रश्न12. ‘प्रेमधन का जन्म कब हुआ?
(a) 1853 ई. में
(b) 1855 ई. में
(c) 1857 ई. में
(d) 1859 ई. में
उत्तर-(b) 1855 ई. में
प्रश्न13. प्रेमघन‘ की मृत्यु कब हुई?
(a) 1918 ई. में
(b) 1920 ई० में
(c) 1922 ई. में
(d) 1924 ई० में
उत्तर-(c) 1922 ई. में
प्रश्न14. ‘स्वदेशी’ के लेखक हैं: Swadeshi Class 10 Hindi
(a) घनानंद
(b) प्रेमघन
(c) गुणाकर मुले
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-(b) प्रेमघन
प्रश्न15. ‘प्रेमघन’ ने साप्ताहिक किस पत्रिका का सम्पादन किया?
(a) लालित्प-लहरी
(b) नागरी नीरद
(c) आनन्द अरुणोदय
(d) मयंक महिमा
उत्तर-(b) नागरी नीरद
प्रश्न16. ‘प्रेमवन’ की प्रसिद्ध नाट्यकति कौन-सी है?
(a) डार्दिक हर्षादर्श
(b) जीर्णजनपद
(c) बृजचन्द पंचक
(d) प्रयोग रामागमन
उत्तर-(d) प्रयोग रामागमन
प्रश्न17. ‘प्रेमघन’ ने इनमें से किस मासिक पत्रिका का सम्पादन किया।
(a) नागरी नौरद
(b) प्रयोग रामागमन
(c) आनंदकादम्बिनी
(d) आनन्द अरुणोदय
उत्तर-(c) आनंदकादम्बिनी
प्रश्न18. “प्रेमघन‘ ने मुख्य रूप से किस भाषा में काव्य रचना की? Swadeshi Class 10 Hindi
(a) ब्रज
(b) देवनागरी
(c) भोजपुरी
(d) कन्नड़
उत्तर-(a) ब्रज
प्रश्न19. पराधीन भारत में चारों वर्गों में चाह थी:
(a) कलावृत्ति
(b) दासवृत्ति
(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-(b) दासवृत्ति
प्रश्न20. प्रेमयन साहित्य सम्मेलन के किस अधिवेशन के सभापति बने ? Swadeshi Class 10 Hindi
(a) मिर्जापुर के
(b) कलकत्ता के
(c) काशी के
(d) दिल्ली के
उत्तर-(b) कलकत्ता के
प्रश्न21. प्रेमधन के काव्य में प्राप्त होता है।Swadeshi Class 10 Hindi
(a) भक्ति भावना
(b) समाजदशा
(c) देशप्रेम
(d) इनमें सभी
उत्तर-(d) इनमें सभी
प्रश्न22. ‘रीत’ का अर्थ है:
(a) पद्धति
(b) स्वभाव
(c) लगाव
(d) कपड़ा
उत्तर-(a) पद्धति
प्रश्न23. ‘भारतीयता का सर्वथा लोप’ हो गया। इस बात का किसे दुःख है?
(a) प्रेमधन को
(b) गुरु नानक को
(c) घनानन्द को
(d) सभी को
उत्तर-(a) प्रेमधन को
प्रश्न24. भारत की अर्थव्यवस्था जर्जर हो गई, कैसे ?
(a) अंग्रेजी नीति के कारण
(b) जलवायु के कारण
(c) मजदूर के कमी के कारण
(d) भूकम्प के कारण
उत्तर-(a) अंग्रेजी नीति के कारण
प्रश्न25. भारतीयों में ….. के प्रति कोई आस्था नहीं रह गई है:
(a) अपनी संस्कृति
(b) अपना घर
(c) अपनी जाति
(d) अपना वंश
उत्तर-(a) अपनी संस्कृति
प्रश्न26. सबै बिदेसी …… नर गति रति रीत लखात :
(a) वस्तु
(b) शरीर
(c) बुद्धि
(d) कपड़ा
उत्तर-(a) वस्तु
प्रश्न27. भारतीय किस तरह से अंग्रेजी के दास हो गए है?
(a) तन से
(b) मन से
(c) धन से
(d) (a) एवं (b) दोनों से
उत्तर-(d) a एवं b दोनों से
प्रश्न28. वस्तु शब्द है।
(a) स्त्रीलिंग
(b) पुस्लिग
(c) नपुंसक लिग
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-(a) स्त्रीलिंग
प्रश्न29. दास-वृत्ति की चाह था…. चारह बरस बाली:
(a) झूठ
(b) मानहु
(c) दिसि
(d) खाम
उत्तर-(c) दिसि
प्रश्न10. कवि ने समाज के किस वर्ग की आलोचना की है।
(a) निम्न वर्ग की
(b) मध्यवर्ग की
(c) सुविधा भोगी वर्ग की
(d) इनमें सभी की।
उत्तर-(c) सुविधा भोगी वर्ग की
प्रश्न31. “प्रेमघन‘ अपना आदर्श किसे मानते हैं? Swadeshi Class 10 Hindi
(a) महात्मा गाँधी
(b) विवेकानन्द
(c) रवीन्द्रनाथ टैगोर
(d) भारतेंदु हरिश्चन्द्र
उत्तर-(d) भारतेंदु हरिश्चन्द्र
प्रश्न32. ‘हिन्दुस्तानी नाम सुनि, अब ये सकुचि लजात’-पंक्ति किस कविता से उद्धत है? Swadeshi Class 10 Hindi
(a) भारतमाता
(b) जनतंत्र का जन्म
(c) अक्षर ज्ञान
(d) स्वदेशी
उत्तर-(d) स्वदेशी
प्रश्न33. “स्वदेशी‘ शीर्षक पाठ के रचनाकार हैं:
(a) रामधन
(b) मालधनी
(c) श्यामधन
(d) प्रेमधन
उत्तर- (d) प्रेमघन
प्रश्न34. ‘स्वदेशी’ पाठ के अनुसार अब हिंदु लोग मिलने पर आपस में किस भाषा में बात नहीं करते? [19 (C)]
(a) अंग्रेजी
(b) बंग्ला
(c) हिन्दी
(d) तमिल
उत्तर-(c) हिन्दी
प्रश्न35. ‘स्वदेशी’ कविता संकलित है:
(a) ग्राम्या से
(b) ङ्केपात से
(c) रसखान रचनावली से
(d) ‘प्रेमघन सर्वस्व’ से
उत्तर-(d) ‘प्रेमघन सर्वस्व’ से
प्रश्न36. ‘भारत सौभाग्य’ किनका प्रसिद्ध नाटक है? [21 (A)] Swadeshi Class 10 Hindi
(a) कुंवर नारायण का
(b) प्रेमघन का
(c) अनामिका का
(d) जीवनानंद दास का
उत्तर-(b) प्रेमघन का
प्रश्न37. कवि प्रेमघन के अनुसार कौन-सी विद्या पढ़कर लोगों की बुद्धि विदेशी हो गई है?
(a) छल विद्या
(b) कपट विद्या
(c) विदेशी विद्या
(d) तकनीकी विद्या
उत्तर-(c) विदेशी विद्या
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Vijay kumar jha says
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