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12. मेरे बिना तुम प्रभु कविता का भावार्थ | Mere bina tum prabhu class 10 Hindi

July 18, 2022 by Leave a Comment

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिंदी के पद्य भाग के पाठ बारह  ‘लौटकर आऊँगा फिर ‘ (Laut kar aaunga fir class 10 Hindi) के व्‍याख्‍या को पढ़ेंगे।

 

12. मेरे बिना तुम प्रभु
कवि परिचय
कवि- रेनर मारिया रिल्के
जन्म- 4 दिसम्बर, 1875 ई॰, प्राग, ऑस्ट्रिया (अब जर्मनी)
मृत्यु- 29 दिसम्बर, 1936 ई॰
पिता- जोसेफ रिल्के                   
माता- सोफिया

इनकी शिक्षा-दीक्षा अनेक बाधाओं को पार करते हुए हुई। इन्होंने प्राग और म्यूनिख विश्वविद्यालय में शिक्षा पाई। संगीत, सिनेमा आदि में इनकी गहरी पैठ थी।

प्रमुख रचनाएँ- प्रमुख कविता संकलन- ‘लाइफ एंड सोंग्स‘, ‘लॉरेंस सेक्रिफाइस‘, ‘एडवेन्ट‘, आदि। कहानी संग्रह- ‘टेल्स ऑफ आलमाइटी‘, उपन्यास- ‘द नोट बुक ऑफ माल्टे लॉरिड्स ब्रिज‘।

कविता परिचय- प्रस्तुत कविता ‘मेरे बिना तुम प्रभु‘ धर्मवीर भारती के द्वारा हिंदी भाषा में अनुवादित जर्मन कविता है। कवि का मानना है कि बिना भक्त के भगवान भी एकाकी और निरुपाय है। उनका अस्तित्व भक्त की सत्ता पर निर्भर करती है। भक्त और भगवान एक-दूसरे पर निर्भर है। Mere bina tum prabhu class 10 Hindi

12. मेरे बिना तुम प्रभु
जब मेरा अस्तित्व न रहेगा, प्रभु, तब तुम क्या करोगे ?
जब मैं – तुम्हारा जलपात्र, टूटकर बिखर जाऊँगा ?
जब मैं तुम्हारी मदिरा सूख जाऊँगा या स्वादहिन हो जाऊँगा ?
मैं तुम्हारा वेश हुँ, तुम्हारी वृति हुँ
मुझे खो कर तुम अपना अर्थ खो बैठोगे ?

कवि कहता है कि हे प्रभु ! जब मैं नहीं रहुँगा तो तुम्हारा क्या होगा ? तुम क्या करोगे ? मैं ही तुम्हारा जलपात्र हुँ, जिससे तुम पानी पीते हो। अगर टूट गया तो या जिससे नशा होता है, तो मेरे द्वारा प्राप्त मदिरा सुख जाएगी अथवा स्वादहीन हो जाएगी। वास्तव में, मैं ही तुम्हारा आवरण हूँ वृति हूँ। अगर नहीं रहा तो तुम्हारी महता ही समाप्त हो जाएगी।

मेरे बिना तुम गृहहीन निर्वासित होगे, स्वागत-विहीन
मैं तुम्हारी पादुका हूँ, मेरे बिना तुम्हारे
चरणों में छाले पड़ जाएँगे, वे भटकेंगे लहूलुहान !

मेरे प्रभु, मैं नहीं रहा तो तुम गृहविहीन हो जाओगे। कौन करेगा तुम्हारी पूजा-अर्चना ? वास्तव में, मैं ही तुम्हारी पादुका हुँ जिसके सहारे जहाँ जाता हुँ तुम जाते हो अन्यथा तुम भटकोगे।

तुम्हारा शान्दार लबादा गिर जाएगा
तुम्हारी कृपा दृष्टि जो कभी मेरे कपोलों की
नर्म शय्या पर विश्राम करती थी
निराश होकर वह सुख खोजेगी
जो मैं उसे देता था-

कवि कहता है कि मुझसे ही तुम्हारी शोभा है। मेरे बिना किस पर कृपा करोगे ? कृपा करने का सुख कौन देगा ? मेरे बिना तुम्हार सुख-साधन विलुप्त हो जाऐंगे, जो मैं तुम्हें देता था।

दूर की चट्टानों की ठंढी गोद में
सूर्यास्त के रंगों में घुलने का सुख
प्रभू, प्रभू मुझे आशंका होती है
मेरे बिना तुम क्या करोगे ?

कवि कहता है कि जब मैं नहीं रहुँगा तो संध्याकालीन अस्त होते सूर्य की सुन्दर लालिमा का वर्णन आखिर कौन करेगा ? क्योंकि उस समय सारा वन प्रांत सूर्य की विखर रही लाल किरणों के संयोग से अद्भुत प्रतीत होता है। इसलिए कवि को आशंका होती है कि मैं नहीं रहा तो तुम क्या करोगे।

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)—दो अंक स्तरीय

प्रश्न 1. शानदार लबादा किसका गिर जाएगा, और क्यों? (2015A)

उत्तर- कवि के अनुसार भगवत्-महिमा भक्त की आस्था में निहित होता है भक्त, भगवान का दृढ़ आधार होता है लेकिन जब भक्तरूपी आधार नहीं होगा। स्वाभाविक है कि भगवान की पहचान भी मिट जाएगी। भगवान का लबादा अथवा चोगा गिर जाएगा।

प्रश्न 2. कवि किसको कैसा सुख देता था ? (Text Book)

उत्तर- कवि भगवान की कृपादृष्टि की शय्या है। कवि के नरम कपोलों जब भगवान की कृपादृष्टि विश्राम लेती है, तब भगवान को सुख मिलता है, आनंद मिलता है। अर्थात् भक्त भगवान का कृपापात्र होता है और भक्तरूपी पात्र से भगवान भी सुखी होते हैं।

प्रश्न 3. कवि रेनर मारिया रिल्के ने अपने आप को जलपात्र और मदिरा क्यों कहता है? (Text Book 2014A,2017A)

उत्तर- कवि अपने को भगवान का भक्त मानता है। भक्त की महत्ता को स्पष्ट करते हुए कवि ने भक्त को जलपात्र और मदिरा कहा है क्योंकि जलपात्र में संग्रहित होकर भगवान अपनी अस्मिता प्राप्त करता है । इसी तरह भक्ति-रस के निकट आकर भगवान इससे प्रसन्न हो जाते हैं।

प्रश्न 4. कवि को किस बात की आशंका है ? स्पष्ट कीजिए। (Text Book 2016C)

उत्तर- कवि को आशंका है कि जब ईश्वरीय सत्ता की अनुभूति करानेवाला प्रतीक आधार या भक्त नहीं होगा तब ईश्वर का पहचान किस रूप में होगा ? प्राकृतिक छवि, मानव की हदय का प्रेम, दया, भगवद् स्वरूप है। ये सब नहीं होगा, तब उस परमात्मा का आश्रय क्या होगा, मानव किस रूप में ईश्वर को जान सकेगा इस प्रश्न को लेकर कवि आशंकित है।

प्रश्न 5. कविता के आधार पर भक्त और भगवान के बीच के संबंध पर प्रकाश डालिए। (Text Book ,2012A)

उत्तर- प्रस्तुत कविता में कहा गया है कि बिना भक्त के भगवान भी एकांकी और निरूपाय हैं। उनकी भगवता भी भक्त की सत्ता पर निर्भर करती है। व्यक्ति और विराट सत्य एक-दूसरे पर निर्भर है।

12. मेरे बिना तुम प्रभु
प्रश्‍न1. मेरे बिना तुम प्रभु’ के लेखक कौन है?
(a) रेनर मारिया रिल्के
(b) सुमित्रानंदन पंत
(c) दिनकर          
(d) अज्ञेय

उत्तर-(a) रेनर मारिया रिल्के

प्रश्‍न2. रेनर मारिया रिल्के का जन्म कब हुआ?
(a) 4 नवम्बर, 1873 को
(b) 4 जनवरी, 1874 को
(c) 4 दिसम्बर, 1875 को
(d) 4 फरवरी, 1876 को

उत्तर-(c) 4 दिसम्बर, 1875 को

प्रश्‍न3. रेनर मारिया रिल्के का जन्म कहाँ हुआ?
(a) जापान
(b) जर्मनी
(c) इंग्लैंड
(d) कम्बोडिया

उत्तर-(b) जर्मनी

प्रश्‍न4. रेनर के पिताजी का क्या नाम था?
(a) पीटर रिल्के
(b) जॉनसन रिल्के
(c) विलियम्स रिल्के
(d) जोसेफ रिल्के

उत्तर-(d) जोसेफ रिल्के

प्रश्‍न5. रेनर के माताजी का क्या नाम था?
(a) मरीयम     
(b) मैरी
(c) सोफिया    
(d) मारिया

उत्तर-(c) सोफिया

प्रश्‍न6.भक्त रिल्के प्रभु (ईश्वर) से क्या करता है?

(a) प्रश्न        
(b) सजदा
(c) प्रार्थना     
(d) इनमें सभी

उत्तर-(a) प्रश्न

प्रश्‍न7. रेनर मारिया रिल्के किस भाषा के कवि हैं? Mere bina tum prabhu class 10 Hindi
(a) अंग्रेजी
(b) फ्रेंच
(c) जर्मन
(d) ग्रीक

उत्तर-(c) जर्मन

प्रश्‍न8. रिल्के की ‘कहानी-संग्रह है।
(a) लाइफ एण्ड सॉग्स
(b) टेल्स ऑफ आलमाइटी
(c) लॉरेंस सेक्रिफाइस
(d) एडवेंट

उत्तर-(b) टेल्स ऑफ आलमाइटी

प्रश्‍न9. रिल्के का कविता ‘मेरे बिना तुम प्रभु’ है:
(a) भावात्मक रहस्यवाद
(b) भक्ति भावात्मक
(c) हास्यात्मक           
(d) इनमें सभी

उत्तर-(a) भावात्मक रहस्यवाद

प्रश्‍न10. भक्त कवि अपने को भगवान का क्या मानता है?
(a) जलपात्र     
(b) सेवक
(c) भक्त           
(d) अनुयायी

उत्तर-(a) जलपात्र

प्रश्‍न11. निर्वासित का अर्थ है:
(a) बेघर       
(b) बिस्तर
(c) भागना    
(d) मर जाना

उत्तर-(a) बेघर

प्रश्‍न12. पाठ्यपुस्तक में संकलित रिल्के की कविता का हिन्दी अनुवाद (रूपांतर) किसने किया है?
(a) रघुवीर सहाय
(b) धर्मवीर भारती
(c) प्रेमचंद        
(d) डॉ. संपूर्णानंद

उत्तर-(b) धर्मवीर भारती

प्रश्‍न13. पाठ्यपुस्तक में संकलित रिल्के की कविता किस भाव की है? Mere bina tum prabhu class 10 Hindi
(a) शृंगार     
(b) वीर
(c) भक्ति      
(d) अद्भुत

उत्तर-(c) भक्ति

प्रश्‍न14. भगवान की कृपा दृष्टि कहाँ विश्राम करती थी?

(a) कवि के भाल पर
(b) कवि के ओठों पर
(c) कवि के नयनों पर
(d) कवि के कपोलों पर

उत्तर-(d) कवि के कपोलों पर

प्रश्‍न15. कवि किसके स्वादहीन होने की बात करता है?
(a) फल       
(b) दूध
(c) मिठाई    
(d) मदिरा

उत्तर-(d) मदिरा

प्रश्‍न16. कवि रिल्के के अनुसार मनुष्य के बिना किसका अस्तित्व न रहेगा?
(a) ईश्वर              
(b) पर्वत
(c) प्रकृति            
(d) हवा

उत्तर-(a) ईश्वर

प्रश्‍न17. कवि रिल्के के अनुसार ईश्वर को सर्वशक्तिमान के रूप में किसने प्रतिष्ठित किया है?
(a) ईश्वर ने        
 (b) सृष्टि ने
(c) मनुष्य ने        
(d) किसी ने नहीं

उत्तर-(c) मनुष्य ने

प्रश्‍न18. रिल्के की काव्य शैली कैसी है?
(a) गीतात्मक
(b) प्रतीकात्मक
(c) भावात्मक
(d) कथात्मक

उत्तर-(a) गीतात्मक

प्रश्‍न19. ‘मेरे बिना तुम प्रभु’ किस भाषा से अनुवादित है? Mere bina tum prabhu class 10 Hindi
(a) अंग्रेजी   
 (b) जर्मन
(c) रूसी      
(d) फ्रांसीसी

उत्तर-(b) जर्मन

प्रश्‍न20. ‘दूर चट्टानों की ठंडी गोद में’ किस कवि की पंक्ति है?
(a) जीवानानंद दास
(b) अनामिका
(c) सुमित्रानंदन पंत
(d) रेनर मारिया रिल्के

उत्तर-(d) रेनर मारिया रिल्के

प्रश्‍न21. कवि अपने को भगवान का मानता है:
(a) साथी    
(b) पादुका
(c) वस्त्र       
(d) भक्त

उत्तर-(b) पादुका

प्रश्‍न22. लबादा का अर्थ है:
(a) लाठी      
(b) परिधान
(c) भक्ति     
(d) समाज

उत्तर-(b) परिधान

प्रश्‍न23. रेनर मारिया की मृत्यु कब हुई थी:
(a) 1925 ई. में  
(b) 1926 ई० में
(c) 1923 ई. में   
(d) 1924 ई० में

उत्तर-(b) 1926 ई० में

प्रश्‍न24. भगवान का अस्तित्व समाप्त हो सकता है: Mere bina tum prabhu class 10 Hindi
(a) मंदिर न होने पर
(b) भक्त न होने पर
(c) ग्रन्थ न होने पर
(d) मठ न होने पर

उत्तर-(b) भक्त न होने पर

प्रश्‍न25. चरणों में छाले पड़ जाएंगे. वे ….. लहुलुहान!
(a) भटकेंगे       
(b) तुम्हारे
(c) सूर्यास्त       
(d) चट्टानों

उत्तर-(a) भटकेंगे

प्रश्‍न26. किसे खोकर ईश्वर अपना अर्थ खो बैठेंगे?
(a) ईश्वर
(b) धर्मगुरु

(c) भक्त
(d) दानव

उत्तर-(c) भक्त

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Filed Under: Class 10th HIndi

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