8. MARTHA (मार्था)
Walter de la Mare
WALTER DE LA MARE ( 1873 – 1956), a modern poet, was quite different from the other poets of his age. He is unlike other modern poets such as T. S. Eliot who discuss problems related to society and industrialization. Walter de la Mare is altogether different from them. Like a conjurer, he creates an atmosphere of mystery, where experience is like a dream like reality. Among his poems “The Listener,”“The Scarecrow” and “Arabia” are worth mentioning.
एक आधुनिक कवि, वाल्टर डी ला मेअर (1873-1956) अपने युग के अन्य कवियों से बिल्कुल भिन्न थे! टी0 एस0 एलिअट जैसे आधुनिक अन्य कवियों जैसे असमान, जिन्होंने समाज और औद्योगीकरण से समृद्ध समस्याओं की विवेचना की। वाल्टर डी ला मेअर उनसे पुरा-पुरा भिन्न है। एक जादूगर की तरह, वह रहस्य का परिवेश निर्मित करते है, जहाँ अनुभव वास्तविकता के सपने जैसा होता है। उनकी कविताओं में ”द लिस्नर”, ”द स्केअर क्रो” और ”अरबिआ” उल्लेखनीय है।
Martha
“Once…Once upon a time…”
Over and over again,
Martha would tell us her stories,
In the hazel glen.
एक बार की बात है कि मार्था बारंबार बच्चों को घाटियों में बैठकर कहानियाँ सुनाया करती थी।
Hers were those clear grey eyes
You watch, and the story seems
Told by their beautifulness
Tranquil as dreams.
कवि कहता है कि उसकी भूरी आँखों में जादूई शक्ति थी। जब वह कहानी कहती थी तो उसकी कला बच्चों के सामने स्वप्न बनकर प्रकट होता था।
She’d sit with her two slim hands
Clasped round her bended knees;
While we on our elbows lolled,
And stared at ease.
कवि कहता है कि वह (मार्था ) अपने दोनों सुन्दर हाथों से अपने घुटने को पकड़ कर बैठ जाया करती और बच्चे ध्यानमग्न मुद्रा में शांत भाव से टकटकी लगाकर कहानियाँ सुना करता।
Class 10 English Poetry Chapter 8 Martha
Her voice and her narrow chin,
Her grave small lovely head,
Seemed half the meaning
Of the words she said.
कवि कहता है कि उसकी आवाज और उसकी पतला-सा ठुड्डी तथा छोटा-सा प्यारा-सा सिर ही बिना बोले आधा कुछ कह देता था।
“Once…Once upon a time…”
Like a dream you dream in the night,
Fairies and gnomes stole out
In the leaf-green light.
एक बार की बात है कि जैसा कि आप स्वप्न रात में देखा करते हैं ठीक एक स्वप्न की भाँति परियाँ और दूसरे विचित्र प्राणी चोरी-चुपके पत्ते जैसी हरे प्रकाश में बाहर निकल आयी।
And her beauty far away
Would fade, as her voice ran on,
Till hazel and summer sun
And all were gone:
मार्था जब अपनी कहानी के चरमोत्कर्ष पर पहुँचती तो उसकी सुन्दरता गायब हो जाती और शाम होने तक वह कहानियाँ कहते रहती।
All fordone and forgot;
And like clouds in the height of the sky,
Our hearts stood still in the hush
Of an age gone by
कहानियाँ समाप्त हो गयी और सबकुछ भूला दिया गया। ऐसा लगा मानो किसी शान्त स्थान में हमारा हृदय स्थिर हो ठीक उसी प्रकार जैसे आकाश में बादल।
Class 10 English Poetry Chapter 8 Martha
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विवेक कुमार says
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