17. राष्ट्रस्तुति (राष्ट्र की प्रार्थना) अखण्ड राष्ट्रदेवं स्वं, नमामो भारतं दिव्यम् । नगेन्द्रः सैनिको भूत्वा, … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 17 राष्ट्रस्तुति (राष्ट्र की प्रार्थना) | Rashtra Stuti Class 10 Sanskrit in Hindi
Class 10th
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 16 कन्याया: पतिनिर्णय: | Kanya Pati Nirnay Class 10 Sanskrit in Hindi
16. कन्याया: पतिनिर्णय: (पति के लिए कन्या का निर्णय) कस्मिंश्चित् ग्रामे कश्चन् पण्डितः निवसति स्म । तस्मिन् ग्रामे … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 16 कन्याया: पतिनिर्णय: | Kanya Pati Nirnay Class 10 Sanskrit in Hindi
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 15 जयतु संस्कृतम् (संस्कृत की जय हो) | Jayatu Sanskritam Class 10 Sanskrit solutions
15. जयतु संस्कृतम् (संस्कृत की जय हो) जयतु संस्कृतं जयतु संस्कृतम् संस्कृता सुरभारती या, देशगौरवकारिणी वन्दनीया … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 15 जयतु संस्कृतम् (संस्कृत की जय हो) | Jayatu Sanskritam Class 10 Sanskrit solutions
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 14 वणिज: कृपणता (व्यापारी की कंजूसी) | Vanij Kripanta Class 10 Sanskrit solutions
14. वणिज: कृपणता (व्यापारी की कंजूसी) कस्मिंश्चत् ग्रामे कश्चन् वणिक् आसीत् । सः अतीव कृपणः। कदाचित् सः … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 14 वणिज: कृपणता (व्यापारी की कंजूसी) | Vanij Kripanta Class 10 Sanskrit solutions
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 13 शुकेश्वराष्टकम् (शुकेश्वर अष्टक) | Sukeshwar Ashtakam Class 10 Sanskrit solutions
13. शुकेश्वराष्टकम् (शुकेश्वर अष्टक) सनातनं पुरातनं परोपकार-साधनम्, जनस्य कामपूरक … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 13 शुकेश्वराष्टकम् (शुकेश्वर अष्टक) | Sukeshwar Ashtakam Class 10 Sanskrit solutions
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 12 स्वामिन: विवेकानन्दस्य व्यथा | Swami Vivekanand Vyatha Class 10 Sanskrit
12. स्वामिन: विवेकानन्दस्य व्यथा (स्वामी विवेकानन्द की व्यथा ) 1893 तमस्य वर्षस्य … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 12 स्वामिन: विवेकानन्दस्य व्यथा | Swami Vivekanand Vyatha Class 10 Sanskrit
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 11 पर्यटनम् (देशाटन) | Paryatanam Class 10 Sanskrit Solutions
11. पर्यटनम् (देशाटन) (क) नासिकक्षेत्रम् महाराष्ट्रदेशे पवित्रायाः गोदावरीनद्याः तीरे विलसति नासिकक्षेत्रम। … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 11 पर्यटनम् (देशाटन) | Paryatanam Class 10 Sanskrit Solutions
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 10 संस्कृतेन जीवनम् (संस्कृत से ही जीवन सफल होता है) | Sanskriten Jeevanam Class 10 Sanskrit
10. संस्कृतेन जीवनम् ( संस्कृत से ही जीवन सफल होता है ) एहि मित्र हे सुधीर त्वां विचिन्तये सदा। इह सखे समं मया … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 10 संस्कृतेन जीवनम् (संस्कृत से ही जीवन सफल होता है) | Sanskriten Jeevanam Class 10 Sanskrit
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 9 अहो, सौन्दर्यस्य अस्थिरता (सुन्दरता स्थिर नहीं रहता है) | Aho Saundarya Sthirta Class 10 Sanskrit
9. अहो, सौन्दर्यस्य अस्थिरता (सुन्दरता स्थिर नहीं रहता है) इस कहानी के माध्यम से सुन्दरता पर ध्यान न देकर अच्छे … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 9 अहो, सौन्दर्यस्य अस्थिरता (सुन्दरता स्थिर नहीं रहता है) | Aho Saundarya Sthirta Class 10 Sanskrit
पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 8 वृक्षै: समं भवतु मे जीवनम् (मेरा जीवन वृक्ष के समान हो) | Vrikshe Samam Bhavtu me Jeevnam Class 10 Sanskrit
8. वृक्षै: समं भवतु मे जीवनम् (मेरा जीवन वृक्ष के समान हो) इस पाठ में मनुष्य को वृक्ष से प्रेरणा लेने की बात कही गई … [Read more...] about पियूषम् भाग 2 द्रुतपाठाय पाठ 8 वृक्षै: समं भवतु मे जीवनम् (मेरा जीवन वृक्ष के समान हो) | Vrikshe Samam Bhavtu me Jeevnam Class 10 Sanskrit