दिया गया पाठ का नोट्स और हल SCERT बिहार पाठ्यक्रम पर पूर्ण रूप से आधारित है। इस लेख में बिहार बोर्ड कक्षा 10 अर्थशास्त्र के पाठ पाँच ‘रोजगार एवं सेवाएँ (Rojgar ewam sevayen Notes and Solution)’ के नोट्स और प्रश्न-उतर को पढ़ेंगे।
5. रोजगार एवं सेवाएँ
रोजगार का अर्थ देश के मानव संसाधन को ऐसे कार्यों में लगाना है जिससे देश की उत्पादकता बढ़े और सामान्य लोगों के लिए उसकी न्यूनतम आवश्यकाएँ रोटी, कपड़ा और मकान प्राप्त हो सकें।
बेरोजगार- ऐसे लोग जो काम करने के लायक होते हैं और जिन्हें उचित पारिश्रमिक पर काम नहीं मिलता है, उसे बेरोजगार कहते हैं।
आर्थिक विकास के मुख्य तीन क्षेत्र हैं-
- कृषि क्षेत्र- कृषि क्षेत्र पर कुल जनसंख्या का लगभग 67 प्रतिशत बोझ है।
- उद्योग क्षेत्र- रोजगार का दूसरा क्षेत्र उद्योग क्षेत्र है। इस क्षेत्र के माध्यम से रोजगार की प्राप्ति की जा रही है।
- सेवा क्षेत्र- सेवा क्षेत्र रोजगार का सबसे बड़ा क्षेत्र है। इस क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
सेवा क्षेत्र को सामान्यतः दो भागों में विभक्त किया गया है- 1. सरकारी सेवा और 2. गैर सरकारी सेवा
सरकारी सेवा क्षेत्र- 1. सैन्य सेवा, 2. शिक्षा सेवा, 3. रेल सेवा, 4. बस सेवा, 5. वायुयान सेवा, 6. कृषि सेवा, 7. स्वास्थ्य सेवा, 8. अभियंत्रण सेवा, 9. वित सेवा, 10. बैंकिंग सेवा, अन्य सरकारी सेवाएँ
गैर सरकारी सेवा- बैंकिंग सेवा, दूरसंचार सेवा, यातायात सेवा, स्वास्थ्य सेवा, स्वरोजगार सेवा, अन्य गैर सरकारी सेवाएँ
सेवा क्षेत्र के महत्व- सेवा एवं रोजगार एक ही तराजू के दो पलड़ों के समान हैं।
रोजगार सृजन के रूप में सेवा क्षेत्र की भूमिका- सेवा का क्षेत्र सरकारी हो या गैर सरकारी, दोनों ही परिस्थितियों में रोजगार पैदा करता है। सरकारी क्षेत्र के सहयोग से रोजगार सृजन निम्न सेवाओं के द्वारा किया जा रहा है- काम के बदले अनाज
- रोजगार एवं सेवाएँ
लघु उतरीय प्रश्न
- Out Sourcing किसे कहते है।
उत्तर- जब बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ या अन्य कंपनियाँ संबंधित नियमित सेवाएँ स्वयं अपनी कंपनियों के बजाय निजी बाहरी या विदेशी स्त्रोत या संस्था या समूह से प्राप्त करती है तो उसे बाह्य स्त्रोत कहाँ जाता है।
- सूचना प्रौद्योगिकी से जूड़े पाँच सेवा क्षेत्र को बतलाएँ।
उत्तर-सूचना प्रौधोगिकी से जूड़े पाँच सेवा क्षेत्र निम्न है।
(i) कम्प्यूटर सेवाएँ
(ii) विज्ञापन
(iii) सूरक्षा
(iv) कानूनी सेवाएँ
(v) चिकित्सा सेवाएँ
- सरकारी सेवा किसे कहते है?
उत्तर-जब देश या राज्य की सरकार लोगों को काम के बदले मासिक वेतन देती है और उनसे विभिन्न क्षेत्रों में काम लेती है तो इस सरकारी सेवा कहा जाता है। जैसे-सैन्य सेवा, शिक्षा, बैकिंग आदि।
Rojgar ewam sevayen
प्रश्न 4.गैर सरकारी सेवा किसे कहते हैं ?
उत्तर- जब सरकार अपने द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों को गैर सरकारी संस्थाओं के सहयोग से लोगों तक पहुंचाने का काम करती है अथवा लोग स्वयं अपने प्रयास से ऐसी सेवाओं के सृजन से लाभान्वित होते हैं तो उसे गैर सरकारी सेवा के अंतर्गत रखा जाता है जैसे ब्यूटी पार्लर बॉस विमान सेवाएं आदि
प्रश्न 5.आधारभूत संरचना किसे कहते हैं ?
उत्तर- आधारभूत संरचना से तात्पर्य उन सुविधाओं और सेवाओं से जो देश के आर्थिक विकास की अवस्था में होते हैं जैसे बीज उर्जा संचार शिक्षा नागरिक सेवाएं आदि
प्रश्न 6.’रोजगार’ और सेवा में क्या संबंध है?
उत्तर- जो व्यक्ति अपने परिश्रम शिक्षा के आधार पर जीविकोपार्जन के लिए धन एकत्रित करता है खत्री धन का जब पूंजी के रूप में व्यवहार किया जाता है और उत्पादन के क्षेत्र में निवेश किया जाता है तो सेवा क्षेत्र, उत्पन्न होता है और रोजगार एवं सेवाएं एक दूसरे के परस्पर हैं।
प्रश्न 7. आर्थिक संरचनाएं का क्या महत्व है ?
उत्तर- आर्थिक संरचनाएं लोगों की खुशहाली में वृद्धि करती है आर्थिक विकास से सभी क्षेत्रों में संबंध होता है। आर्थिक संरचना के अंतर्गत वित, उर्जा, यातायात, संचार को शामिल किया जाता है।
प्रश्न 8. मंदी का असर भारत में क्या पड़ा ?
उत्तर-भारत पर मंदी का असर कम पड़ा यहां के पूंजी बाजार काफी मजबूत अवस्था में है भारत में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र काफी विकसित व मजबूत है। हमारा आधारभूत संरचना कमजोर होने के बावजूद भी वर्तमान मंदी का असर हमारे देश में कमपड़ा
यो मंदी के कारण विश्व स्तर पर रोजगार के अवसरों में कमी आई है जिसका महत्व देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है
प्रश्न 9. वैश्वीकरण का प्रभाव सेवा क्षेत्र पर क्या पड़ा ?
उत्तर-वैश्वीकरण के कारण सेवा क्षेत्र का काफी विस्तार हुआ है लोगों को दूसरे देश में जाकर रोजगार करने का खुला अवसर मिला है। भारत में श्रम संसाधनों की प्रचुरता है सूचना और प्रौद्योगिकी क्षेत्र का वैश्वीकरण स्तर पर काफी विस्तार हुआ है। हाल के वर्षों में व्याप्त मंदी के कारण सेवा क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. सेवा क्षेत्र पर एक संक्षिप्त लेख लिखें ।
उत्तर-आर्थिक उदारीकरण वैश्वीकरण के कारण सेवा क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति देखने को मिलती है सेवा क्षेत्र का एक व्यापक क्षेत्र है जिसके अंतर्गत आये दिन मानव संसाधन के लिए व्यापक पैमाने पर उपलब्ध होने लगे हैं वर्तमान समय में सकल घरेलू उत्पाद में सेवा क्षेत्र का योगदान 50 प्रतिशत से भी ज्यादा हो गया है आर्थिक समीक्षा 2006-07 और केन्द्रिय बजार 2007-08 के अनुसार सेवा क्षेत्र का यह योगदान 68.6 प्रतिशत हो गया है।2006-07 मे सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान का हिस्सा घटकर 18.5प्रतिशत तथा क्षेत्र का 55.1प्रतिशत हो गया है।
प्रश्न 2. विश्व के लिए भारत सेवा प्रदाता के रूप में किस तरह जाना जाता है उदाहरण सहित लिखें।
उत्तर-भारत का सेवा प्रधान में अत्यधिक योगदान रहा है। इंग्लैंड के स्वास्थ्य और परिवहन सेवाओं तथा संयुक्त राज्य अमेरिका के अंतरिक्ष विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी में भारतीय लोक सेवा प्रदान करते आ रहे हैं।
भारत विश्व में दूसरा सबसे बड़ा जनसंख्या वाला देश है। भारत में मानव संसाधन अधिक एवं सस्ता होने के कारण कई विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियां यहां आकर कारखाना खुल रहे हैं इन कारखाना में भारतीय लोग सेवा प्रदान कर रहे हैं।
कई बहुराष्ट्रीय कंपनी विभिन्न क्षेत्रों जैसे- सेंटर, बैंकिंग आदि आउटसोर्सिंग के माध्यम से भारतीयों से सेवा ले रहे हैं।
प्रश्न 3. सेवा क्षेत्र में सरकारी प्रयास के रूप में क्या किए गए हैं, वर्णन करें।
उत्तर-राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार के द्वारा रोजगार सृजन करने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जैसे काम के बदले अनाज 1980, ग्रामीण युवा स्वरोजगार प्रशिक्षण का कार्यक्रम 1979, ग्रामीण भूमिहार रोजगार गारंटी कार्यक्रम 1983, समेकित ग्रामीण विकास कार्यक्रम 2 अक्टूबर 1980 जवाहर रोजगार योजना 1989, स्वयं सहायता समूह, नरेगा इत्यादि।
उपयुक्त सेवाओं के माध्यम से देश के बेरोजगारी को दूर करने की कोशिश की जा रही है देश के बेरोजगार लोगों में करीब 62 प्रतिशत लोगों को योजनाओं के द्वारा रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। शहरी क्षेत्र में बेरोजगार को दूर करने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं सेवा क्षेत्र के द्वारा 38 प्रतिशत शहरी बेरोजगारी को दूर किया जा सकेगा नरेगा विश्व की सबसे बड़ी योजना मानी जाती है।
Rojgar ewam sevayen
प्रश्न4. गैर सरकारी संस्था किस प्रकार सेवा क्षेत्र के विकास को सहयोग करता है, उदाहरण देकर लिखें।
उत्तर-जब सरकार अपने द्वारा संचालित कार्यक्रमों को गैर सरकारी संस्था के सहयोग से लोगों तक पहुंचाने का काम कराती है। इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सेवाओं में ब्यूटी पार्लर दूरसंचार सेवाएं, स्वरोजगार सेवाएं, बस सेवा, विमान सेवा इत्यादि। ऐसी सेवा जो सरकारी एवं गैर सरकारी दोनों ही स्तर पर चलाई जाती है सरकार के पास उतना वित भी नहीं है कि सारी योजनाओं को अपने हाथों में लेकर कर सके। गैर सरकारी संगठन कदम से कदम मिलाकर सामाजिक कार्यों में सहयोग कर रही है। सामाजिक व आर्थिक संचार में सुधार के द्वारा आर्थिक विकास की गति तीव्र होती है ।
प्रश्न5. वर्तमान आर्थिक मंदी का प्रभाव भारत के सेवा क्षेत्र क्या पड़ा लिखें ।
उत्तर-आर्थिक विकास किसी राष्ट्र एवं राज्य की सत्त प्रक्रिया है। मंदी के कारण आर्थिक विकास अवरूद्ध हो जाते है। वर्तमान के कारण सेवा क्षेत्र काफी प्रभावित हुआ है।
भारत का घरेलु मांग मजबुत होने के कारण मंदी का उस पर कम असर पड़ा ।
भरतीय पुजी बजार का काफी मंदी मजबुत स्थिती मे है।यहॉ के इंजिनियर आज भी Out sourcing में लगे हुए है।
मंदी का असर रोजगार सृजन पड़ा है। यहां का निर्यात उद्योग काफी हतोत्साहित हुआ। सरकारी समर्थन के बावजूद निर्यात का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा विदेशों से प्राप्त होने वाली आय में काफी कमी आई।
भारतीय पूंजी बाजार के मजबूत मानवीय श्रम के विशाल श्रम की उच्चदक्षता एवं विशाल श्रम शक्ति के कारण 21वीं शदी में भारत एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरा है।
Rojgar ewam sevayen
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